मैं तो यमुना का पूजन करुँगी
अपने जीवन को चन्दन करू गी
बाजे कण कण में कान्हा की बंसी
मन में भगतो के भर्ती है भगती
मैं भी कान्हा का सुमिरन करुंगी
अपने जीवन को चन्दन करू गी
कैसी किरपा मेरी यमुना माँ की
यम लगाते न भगतो की फांसी ,
तोड़ जग के ये बंधन मैं दूंगी
अपने जीवन को चन्दन करू गी
यमन मैया का मुखड़ा सलोना
इन के मन में विराजे है मोहना
कान्हा भजनों से वंदन करुँगी
अपने जीवन को चन्दन करू गी………..