Breaking News

मैंने मेहँदी रचाई रे कृष्ण नाम की


मैंने मेहँदी रचाई रे कृष्ण नाम की
मैंने बिंदियाँ सजाई रे कृष्ण नाम की
मैंने मेहँदी रचाई रे कृष्ण नाम की

मेरी चुनरी में कृष्ण मेरी चूड़ीयो में कृष्ण
मैंने नथनी करवाई कृष्ण नाम की
मैंने मेहँदी रचाई रे कृष्ण नाम की
मैंने बिंदियाँ सजाई रे कृष्ण नाम की

मेरे नैनो में गोकुल वृंदावन
मेरे प्रानो में मोहन मन वावन,
मेरे होठो पे कृष्ण मेरे हिरदये में कृष्ण
मैंने ज्योती जगाई रे कृष्ण नाम की
मैंने मेहँदी रचाई रे कृष्ण नाम की
मैंने बिंदियाँ सजाई रे कृष्ण नाम की

अब छाया है कृष्ण मेरे अंग अंग में
मेरा तन मन रंगा है कृष्ण रंग में,
मेरा जीवन है कृष्ण मेरा प्रीतम है कृष्ण
मैंने माला पहनाई रे कृष्ण नाम की
मैंने मेहँदी रचाई रे कृष्ण नाम की
मैंने बिंदियाँ सजाई रे कृष्ण नाम की…………..

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....