ओ मारा सांवरिया जी सेठ
जाने कहा हो गायों लेट
क्यों नी आयो रे
क्यों नी आयो रे
ओ कान्हा रे ,कान्हा रे
ओ कान्हा रे ,कान्हा रे
क्यों नी आयो रे
थारा ही भरोसे में तो
आयो म्हारा नाथ जी
कोढ़ी कोढ़ी पास म्हारे
कैसे भरू भात जी
जो तू भात भरण नही आयो
म्हारी हांसी नगर उड़ायों
क्यों नी आयो रे
क्यों नी आयो रे
ओ कान्हा रे ,कान्हा रे
कान्हा रे ,कान्हा रे………..