मेरा श्याम बड़ा चित चोर मुझको खीचे अपनी और
न और दिखे न शोर मुझको खीचे अपनी और
नैन मिला के हार गई मैं उस पे ही दिल वार गई मैं
मेरा दिल पे राहा न जोर मुझको खीचे अपनी और
मेरा श्याम बड़ा चित चोर मुझको खीचे अपनी और
सूरत उसकी गजब सलोनी
दिल को लगती ये मन मोहनी
मैं चंदा श्याम चकोर मुझको खीचे अपनी और
मेरा श्याम बड़ा चित चोर मुझको खीचे अपनी और
बिन फेरो के जन्म जन्म तक शन रहूगी जन्म जन्म तक
मैं मोरनी वो मेरा मोर मुझको खीचे अपनी और
मेरा श्याम बड़ा चित चोर मुझको खीचे अपनी और…………