मेरे बांके बिहारी लाल,
तुम इतना ना करिओ श्रृंगार,
नज़र लग जाएगी……
तोरी सुरतिया पे मन मोरा अटका,
प्यारा लागे तोरा पीला पटका….ii
तोरी टेढ़ी मेढ़ी चाल,
तुम इतना ना करिओ श्रृंगार,
नज़र लग जाएगी…….
तोरी मुरलिया पे मन मोरा अटका,
प्यारा लागे तोरा नीला पटका…ii
तोरे घूँघर वाले बाल,
तुम इतना ना करिओ श्रृंगार,
नज़र लग जाएगी……..
तोरी कमरिया पे मन मोरा अटका,
प्यार लागे तोरा काला पटका…-ii
तोरे गले वैजयंती माल,
तुम इतना ना करिओ श्रृंगार,
नज़र लग जाएगी……..