मेरे बांके मदन गोपाल मुझे दर्श दिखा दे इक बार,
मुझे वृंदावन लेजा इक बार
मेरे बांके मदन गोपाल मुझे दर्श दिखा दे इक बार,
मेरे दिल में वसा तू मेरे संवारे
और कुछ न हमे तो बाहता नही है,
मुझे देने आ अपने दिल में वसा लो इक बार,
मेरे बांके मदन गोपाल मुझे दर्श दिखा दे इक बार,
तेरी सांवली सूरत पे जग है दीवाना
कान्हा हम तो तेरे ही हो गए
मेरे बांके मदन गोपाल मुझे दर्श दिखा दे इक बार,
मैंने सपनो में तुम को बुलाया कान्हा सपनो में आते नही क्यों ,
मेरे सपनो में आओ इक बार
मेरे बांके मदन गोपाल मुझे दर्श दिखा दे इक बार…………