मेरे श्याम आज तुझको जी भर के देखना है,
जी भर के देखना है
पलकों में तुझको अपनी बंद कर के देखना है,
मेरे श्याम आज तुझकों जी भर के देखना है
एक बार देखने से होता नहीं गुजारा,
होती है फिर तमन्ना देखूं तुझे दोबारा,
तुझे फिर तेरी गली से गुजर के देखना है,
मेरे श्याम आज तुझकों जी भर के देखना है
जिस चाँद से मुखड़े पे मरती थी राधा रानी,
जिसे देखते ही मीरा तेरी हो गई दीवानी,
उस चाँद से मुखड़े पे मुझे मर के देखना है,
मेरे श्याम आज तुझकों जी भर के देखना है
इस दिल के आयने में तस्वीर तेरी रख के,
देखेंगे आज अपनी तक़दीर को परख के,
तेरे मन में मेरे प्यारे अब उतर के देखना है,
मेरे श्याम आज तुझकों जी भर के देखना है………….