मोहे भा गया श्याम नाम,
कोई रास ना आवे काम
मोहे भा गया श्याम नाम ………..
कृपा जिसपे तेरी हो गई समझो उसकी नैया तर गई
सबकी डोर है तेरे हाथ मेरे जग के पालनहार
मोहे भा गया श्याम नाम ………..
जग से जो भी हार के आया बाबा तूने गले लगाया
तू थाम ले जिसका हाथ वो हो जाए भव से पार
मोहे भा गया श्याम नाम ……
मुरलिया वाले कब आओगे म्हारे देश
कब आओगे म्हारे देश
बांसुरियां वाले कब आओगे म्हारे देश
लिख लिख पतिया हार गई मैं,
लिख डाले संदेश मुरलिया वालें,
कब आओगे म्हारे देश..
मोहिनी मूरत सांवरी सूरत,
घू़्ंगर वाला केश मुरलिया वालें,
कब आओगे म्हारे देश…
बचपन बीता बीती जवानी,
पड़ गया बाल सफेद मुरलिया वालें,
कब आओगे म्हारे देश…