नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो
मेरो कान्हा बंसी वालो मेरो मोहन मुरली वालो
अरे नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो
चोट मार के घूँघट पट में घूँघट पट में इक मिनट में
मेरे दिल की बीच समाये गेयो री कान्हा बंसी वालो
नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो
मीठी मीठी तान सुनाके तान सुना के रंग चड़ा के
जोगनियाँ मोहे बना गयो री,कान्हा बंसी वालो
नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो
बात हकीकत कहे अनाडी भूल गई मैं दुनिया दारी,
मोहे साँची प्रीत सिखाई गयो री,कान्हा बंसी वालो
नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो…………