आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
रोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
रोम रोम में रमया होया से नही रोम से न्यारा हो
दुष्टों का संहार करावन भगतो का तू प्यारा हो
हो जग जोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
आदम दे इक चोली के संग दूध रहे से यम के
सतरंग सेज विछा रखी से लगे गलीचे यम के हो
हो देखो सोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
मांगे राम राम ने टोवे को न काया घर पे हो
लखमी चंद सूरग में जा लिए फिर भी भोज सिर पे हो
हो देखो ढोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो…………