Breaking News

नन्द के दुलारे


आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
रोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो

रोम रोम में रमया होया से नही रोम से न्यारा हो
दुष्टों का संहार करावन भगतो का तू प्यारा हो
हो जग जोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो

आदम दे इक चोली के संग दूध रहे से यम के
सतरंग सेज विछा रखी से लगे  गलीचे यम के हो
हो देखो सोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो

मांगे राम राम ने टोवे को न काया घर पे हो
लखमी चंद सूरग में जा लिए फिर भी भोज सिर पे हो
हो देखो ढोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो…………

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....