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ओ बरसाने की छोरी

ओ बरसाने की छोरी राधे व्याह करवा ले मेरे संग
कर ले कितनी जोरा जोरी ना चालु तेरे संग

मैं यु केह रही श्याम मेरी वाह छोड़ दे,
वाह जो छुड़ा वे श्याम तेरी मटकी फोड़ दे
जे नही मनेया श्याम तू छलिया हो जावे गी जंग
कर ले कितनी जोरा जोरी ना चालु तेरे संग

तेरे लाम्बे लाम्बे केश राधे चुनी लटके
मेरे केश मेरी चुनी तेरा मन क्यों भटके
चुप हो जा तेरी चिकनी चुपड़ी बाते करे तंग
कर ले कितनी जोरा जोरी ना चालु तेरे संग

बात न मैं झूठी करता सांचा प्यार रे
सची मान गई मने भी हो गया प्यार रे,
बजादे श्याम तेरी मुरली आज मैं नाचू तेरे संग
कर ले कितनी जोरा जोरी ना चालु तेरे संग…………..

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