ओ लाडली मुझको बरसाने वसा लो ना
पाप मुक्त कर दे मुझको चरणों से लगा लो ना
ओ लाडली मुझको बरसाने वसा लो ना……..
किस को सुनाऊ मैं अपनी कहानी तुम को सुनाने आई हु
दर दर ठोकर खा के लाडो मैं बरसाने आई हु मेरे अपने हुए पराये
अब तो मुझको सम्बालो ना
ओ लाडली मुझको बरसाने वसा लो ना……
जिन जिन को मैं केहती अपनी वो सब झूठे नाते है
समय पड़े पे कोई किसी के काम न बिलकुल आते है
इस से बडिया ये ही होगा आप ही मुझको निभा लो ना
ओ लाडली मुझको बरसाने वसा लो ना……
श्री मेहल में नित प्रति राधे तेरे दर्शन पाऊ गी
बैठ के मेहलन की सीडी में राधे राधे गाऊगी
इक बार तो किरपा करके मुझको भी तो अपना लो न
ओ लाडली मुझको बरसाने वसा लो ना……
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
ठाकुर जी की तुम ठकुरानी ,
तुम बिन ठाकुर आधे आधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे…
हो राधे वृषवानू दुलारी,
नटवर नागर को तू प्यारी,
ठाकुर जी की तुम ठकुरानी ,
तुम बिन ठाकुर आधे आधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे…
सुनो जरा वृषवानू दुलारी,
हम सब आये बन के पुजारी,
बांके बिहारी नटखट गोविन्द से,
हम को भी मिलवादे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे….