रामां स्कंधाम हनुमंतम
वाइनतेयम नरूकू-दराम
शयने यह स्मरे-न्नीटयं
दुस्वपनम तस्या नाश्याति
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[To English Wish4me]
Raamam skandham hanumamtam
Vainateyam nrukoo-daram
Shayane yah smare-nnityam
Duswapnam tasya nashyati
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इस कहानी में हरिराम नामक आदमी के बदलते दृष्टिकोण और उसकी नास्तिकता से बच्चे को दवा देने की भरपूर भावना को दर्शाया गया है।.........