सुन मुरली की तान गिरधारी रातो की मेरी नींद उड़ गई
तेरी मुरली की तान बड़ी प्यारी
रातो की मेरी नींद उड़ गई
जब से मुरली भजी है घनश्याम है
माला जपने लगे है इसके नाम की
ब्रिज की गोपियाँ नाचन लगी सारी,
रातो की मेरी नींद उड़ गई
जोगन मीरा का मन हरषाया है जब से कान्हा ने रास रचाया है
मीरा भूल गई सुध बुध सारी,
रातो की मेरी नींद उड़ गई
तीनो लोक में बंसीधर तेरा नाम है
सारे देवो में कान्हा तू महान है
तेरे चरणों में जिन्दगी है सारी,
रातो की मेरी नींद उड़ गई……….