मैंने दिल से लिया है मान संवारा मेरा है
मुझे कोई नही है अभिमान संवारा मेरा है
मैंने दिल से लिया है मान संवारा मेरा है…..
यमुना तट पे रास रचायो मधुर मधुर सी बंसी बजाओ,
ग्वाल बाल भी संग में लाओ चुरा चुरा के माखन खायो
सब भगतो को दर्श दिखायो मैया केह के मुझको बुलायो
सारिया गोपियाँ हुई है हैरान संवारा मेरा है……
रात श्याम मेरो सुपनो में आयो अधिरो पे मुश्कान दिखायो
होठो पे फिर मुरली लगाओ चंचल तिरशे नैन दिखाओ
हाथ पकड़ के मुझ्को जगायो प्रेम संवारे के मन को भायो
मैं तो श्याम दीवानी बई आज संवारा मेरा है…………