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सांवरे को अगर दिल से पुकारो दौड़ा आएगा


सांवरे को अगर दिल से पुकारो दौड़ा आएगा
तेरी राहों से काटों चुन वो फूलों से सजा देगा
सांवरे को अगर दिल से पुकारो …………….

मुझे किस बात की परवाह मेरे जब सांवरा संग में
यही विश्वास है मुझको वो अपने रंग में रंग लेगा
सांवरे को अगर दिल से पुकारो …………….

अलग ही बात है तेरी वो प्यारी खाटू गलियों की
गुज़र जाता है जो उनसे रूबरू तुझको पायेगा
सांवरे को अगर दिल से पुकारो …………….

तेरे पागल दीवाने की यही है आखिरी अर्ज़ी
सचिन भटका हुआ जग में तू ही रस्ता दिखायेगा
सांवरे को अगर दिल से पुकारो ……………


नैनो से नैना मिलाये चुपके से चित को चुराए,
बिहारी मेरा छैल छबीला बिहारी मेरा रंग रंगीला,
नैनो से नैना मिलाये चुपके से चित को चुराए,

यमुना के तीरे तीरे मुरली भजाये धीरे,
नन्द का दुलारा सखी टेडी टांग वारो री,
खड़ा मंद मंद मुस्काये चुप के से चित को चुराए,
बिहारी मेरा छैल छबीला बिहारी मेरा रंग रंगीला,
नैनो से नैना मिलाये चुपके से चित को चुराए,

नैन है नशीले तोहे तिर्शी कटारी है,
मोर मुक्त शीश गुंगलारे बाल री,
पीला पटका फेहराये चुप के से चित को चुराए,
बिहारी मेरा छैल छबीला बिहारी मेरा रंग रंगीला,
नैनो से नैना मिलाये चुपके से चित को चुराए,

संवारा सलोना रूप प्रस का है सागर वरनन करते करते रसना भी हारे
कर कर के इशारे बुलाये चुप के से चित को चुराए,
बिहारी मेरा छैल छबीला बिहारी मेरा रंग रंगीला,
नैनो से नैना मिलाये चुपके से चित को चुराए,

अमर बिहारी मेरो अटल सुहाग री कैसे सरहाना करू गोपाली के भाग की,
सब को पागल कर जाए चुप के से चित को चुराए ,
बिहारी मेरा छैल छबीला बिहारी मेरा रंग रंगीला,
नैनो से नैना मिलाये चुपके से चित को चुराए,

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