साँवरिया तूने मेरी क़दर ना जानी,
कभी ना समझी प्रीत के क़ाबिल,
समझी मैं बेगानी,
किशोरी तू है मेरे दिल की रानी,
बिना तुम्हारे तेरे श्याम की,
आधी है जिंदगानी,
साँवरिया तूने मेरी क़दर ना जानी,
किशोरी तू है मेरे दिल की रानी…..
गला दबा कर मेरे प्यार का,
मुझे छोड़ कर तुम गए द्वारिका,
तेरी याद में झर झर कर के,
बहा है आँख से पानी
किशोरी तू है मेरे दिल की रानी,
साँवरिया तूने मेरी क़दर ना जानी……
राधे तू बेकार मैं लड़ती,
हालातों को क्यों ना समझती,
मिलने और बिछड़ने की तो,
रीत है बहुत ही पुरानी,
साँवरिया तूने मेरी क़दर ना जानी,
किशोरी तू है मेरे दिल की रानी…..
बात हकीकत कहें अनाड़ी,
मुरली तुझको मुझसे प्यारी,
कभी हाथ से, कभी होंठ से,
करता छेड़ा खानी,
साँवरिया तूने मेरी क़दर ना जानी,
किशोरी तू है मेरे दिल की रानी…….