खाटू के कण कण में,
बसेरा करता साँवरा,
जाने कैसा वेश बनाए,
हर गली में आया जाया,
करता साँवरा,
सांवरा तुझमे साँवरा,
साँवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में साँवरा। -2
रींगस से खाटू नगरी तक,
पैदल चलते लोग,
पीठ के बल, कोई पेट के बल,
लेट के चलते लोग,
कदम मिला भगतों के संग में,
चलता साँवरा -2
जाने कैसा वेश बनाए,
हर गली में आया जाया,
सांवरा तुझमे साँवरा,
साँवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में साँवरा।
मेले में खाटू वाले के,
जगह जगह पर डेरे…2
इस डेरे कभी उस डेरे,
कहीं पर रैन बसेरे,
आते जाते सब पर नजरें,
रखता साँवरा -2
जाने कैसा वेश बनाए,
हर गली में आया जाया,
करता साँवरा,
सांवरा तुझमे साँवरा,
साँवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में साँवरा……………..
Tranlsate in English
In every lane of Khatu,
Sawra does a shelter,
Know how to dress,
Come in every street,
Kato samvara,
Saawara tujhme samvara,< br>Sawra in me samra,
Sawra samvara sanvara in all. -2
From Ringas to Khatu Nagari,
people walking,
on their backs, some on their stomachs,
people walking down,
Steps in the company of devotees,
walks Saawara -2
Know how to dress up,
Sanwara came to every street,
Saanwra tujhme samraa,
Saawra me samvara,
Saawra samvara in all.
Khatu Wale’s in the fair,
Tempers at place to place…2
Keeps this tent at some point,
residence somewhere,
Keeps an eye on everyone while coming,
keeps Saawara -2
Know how to dress up,
War in every street. ……………