सारी दुनिया दुखी पड़ी है
प्रभु द्वारे भीड़ खड़ी है,
कृष्णा तुम आ जाओ कन्हिया आ जाओ
गीता का पाठ पडाओ जीना हम को सिखलाओ,
कृष्णा तुम आ जाओ कन्हिया आ जाओ
दुर्योधन का मेवा त्यागा साग साग विधुर खाया,
कंस ने प्रभु संग कटता की नि रुकुमन के मन भाया,
भगत सुधामा को गले लगा कर दुःख बंजन कहलाये,
कृष्णा तुम आ जाओ कन्हिया आ जाओ
भाई भाई में प्यार घट रहा प्रेम की ज्योत जगा दो
ना समजी में प्राणी डूबे प्रभु जी कर्म की राह दिखा दो,
कर्म योग से उज्वल बन कर कर्म योग कहलाए
कृष्णा तुम आ जाओ कन्हिया आ जाओ…………….