श्याम के रंग में रंगी मैं साँवरिया,
देखा नही खाटू धाम बाबा का है बड़ा नाम मोहे ले चल रे
श्याम के रंग में रंगी मैं साँवरिया
कितनी बार कहा है तुम से कितना तुम को मनाया,
इतना भी क्या काम जरुरी तुझको समज न आया,
अब की ग्यारस की जाओ गी बलमा करना न इनकार वरना होगी तकरार,
मोहे ले चल रे ले चल रे
श्याम के रंग में रंगी मैं साँवरिया
सारा गाव जब हो कर आया महिमा श्याम की गावे,
सुन कर महिमा श्याम धनि की मेरा मन हर्शावे,
कोई भी जुगाड़ तू करले रे सजनवा
वरना करूगु वो हाल कभी करे गा न ठाल,
मोहे ले चल रे ले चल रे
श्याम के रंग में रंगी मैं साँवरिया
लख्दातर के दर्शन पा कर हो जाउगी निहाल रे
जब तक दर्शन न होंगे पूनम रहेगा मेरा बुरा हाल रे,
श्याम नामगावे राजू मेरा भी मनवा
पैदल चलू तेरे साथ लेकर हाथो में हाथ
मोहे ले चल रे ले चल रे
श्याम के रंग में रंगी मैं साँवरिया………..