मैं कल न देर लगाऊ मैं तो जल्दी जल्दी आऊ
तेरे प्यार में खिची कन्हिया मैं तो दोडी दोडी आऊ,
पक्का वाधा है इस वार मैं देर नही लगाऊ गी
श्याम मेरा करना तुम इंतजार कल फिर मिलने आउंगी……
लाऊ तेरे लिए मैं माखन खा के खुश हो जाए गा मन
तुझे बड़ा पसंद है कन्हिया तेरे दिल का खिल जाए आँगन
कल फिर न्यारी छाए बहार माखन ज्यादा लाऊंगी
श्याम मेरा करना तुम इंतजार कल फिर मिलने आउंगी…..
तेरे सिवा कुछ नजर ना आये बिन तेरे कुछ न भाये
हो बिना मिले रे कन्हिया ये राधा न रुक पाए
इक तू ही मेरा दिलदार मैं प्यार निभाऊ गी
श्याम मेरा करना तुम इंतजार कल फिर मिलने आउंगी……
म्हारे मन में बस गयी रे सुरतिया श्याम तेरी
म्हारे मन में बस गयी…..
कजरारे तेरे नैना प्यारे मन को लागे प्यारे
शीश मुकुट कानो में कुण्डल पीताम्बर कन्धारे।
म्हारी सुध हर ले गयी रे सुरतिया श्याम तेरी।
म्हारे मन में बस गयी…..
रंग सांवला सावरिया को नैना बीच समायो
रूप अनोखा जादूगारो भक्तों के मन बायो।
म्हारे जादू कर गयी रे सुरतिया श्याम तेरी।
म्हारे मन में बस गयी…..
रूप परो निर्धन में बाबा देव का रास्ता सारा
ऐसो श्याम आज कलयुग में खाटू धाम पधराया।
काँटा सा खटक गयी रे सुरतिया श्याम तेरी।
म्हारे मन में बस गयी…..
श्याम सुन्दर भक्तो के संग में बाबा तने रिशावे
माकी रूप पिराने देख देख सुख पावे।
मस्तानो कर गयी रे सुरतिया श्याम तेरी।
म्हारे मन में बस गयी………..