ऑलवर गॉल्ड स्मिथ अंग्रेजी भाषा के मशहूर लेखक थे, जिनका जन्म आयरलैंड में हुआ था। उन्होंने ट्रिनिटी कॉलिज डबलिन में शिक्षा हासिल की। बाद में एडिनबरा और फिर लीडन में डाक्टरी की शिक्षा हासिल की थी। वह बहुत दयालु थे। और उनकी परोपकारिता के किस्से पूरे इंग्लैंड में प्रसिद्ध थे।
एक दिन एक संभ्रांत महिला अपने बेहद कमजोर पति का इलाज करवाने के लिए डॉ. ऑलवर गॉल्ड स्मिथ के पास लाई। डॉ. स्मिथ ने जांच करने के बाद कहा कि इनको कोई रोग नहीं है। केवल यह निर्धनता के अभिशाप से पीड़ित हैं।
डॉ. स्मिथ उस कमजोर व्यक्ति से बोले, ‘कल आप अपनी पत्नी को भेज देना, मैं दवा दे दूंगा।’ दूसरे दिन जब पत्नी नियत समय पर डॉ. स्मिथ के पास पहुंचीं। तब डॉ. स्मिथ ने उनसे कहा, ‘यह लिफाफा आप घर जाकर ही खोलें आपके आपके पति के लिए यही दवा है।’
जब वह महिला जा रही थी। तब डॉ. स्मिथ ने कहा, ‘बिना पथ्य( व्यवहार) के दवा उचित लाभ नहीं देती।’ दरअसल वह महिला बहुत कड़वा बोलती थी। जिसके कारण उसके पति की यह हालत हुई थी।
संक्षेप में
यदि आप मृदु भाषी हैं तो तमाम बीमारियां आपसे दूर रहती हैं। घर में सकारात्मक ऊर्जा तभी आएगी जब वाणी में संयम, मन में विवेक और दिनचर्या में अनुशासन होगा।
Hindi to English
Allver Gould Smith was a famous English language writer, born in Ireland. He received education at Trinity College Dublin Later, Edinburgh and then in Leiden, got medical education. He was very kind And the stories of his benevolence were famous throughout England.
One day an elite woman came to Dr. Olver Gould Smith to get treatment for her very weak husband. After examining Dr. Smith, he said that he did not have any disease. Only this is suffering from the curse of poverty.
Dr. Smith said to the weak person, ‘Tomorrow you send your wife, I’ll give you medicine.’ On the second day, when the wife reached Dr. Smith at the appointed time. Then Dr. Smith said to him, ‘This envelope is the medicine for you to open your home after you open it.’
When that woman was going Then Dr. Smith said, ‘Drug does not give fair benefits’. Actually the lady used to be very bitter. Because of this, her husband had this condition.
in short
If you are soft spoken then all diseases stay away from you. Positive energy will come in the house only if there is discipline in speech, discipline in mind and discipline in daily routine.