
साप्ताश्या राधा मरुदम
प्रचंदम कश्या-पथमजम
शेवता पद्मा-धरम देवं
ताम सुरयाम प्रॅना-ममयाहाँ
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[To English Wish4me]
Sapthashya radha marudam
Prachandam kashya-pathmajam
Shewtha padma-dharam devam
Tam surayam prana-mamyaham
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इस कहानी में हरिराम नामक आदमी के बदलते दृष्टिकोण और उसकी नास्तिकता से बच्चे को दवा देने की भरपूर भावना को दर्शाया गया है।.........