ओ साँवरिया तूने पागल ही कर दियाकारे कारे नैनो से घायल ही कर दियांओ साँवरिया तूने पागल ही कर दिया मेरी सुध बुध विसरा के दिल का रोग लगा के ,इक झलक दिखला के श्याम कहा छिपा है जाके,मुरली की धुन पे तूने सब को नचा दियाओ साँवरिया तूने पागल ही कर दिया ब्रिज की कुञ्ज गलिन में जब देखा …
Read More »