कान्हा तू है कारा काराकैसे हॉवे गा गुजारा सुन रे सांवरे,तू है छलियाँ बड़ा मैं भोली संवारेराधा क्यों इतना इतरावे काहे नैनं को मटकावेसुन ले बात री,सीधा साधा कन्हिया चालक री, वैसे भी वो ब्रिज की नारी सांवर तुझसे हारीरोब जिमावे मोह पे कन्हियाँ काहे तू गिरधारीरास रचावे प्यारा प्यारा नाचे ब्रिज मंडल ये सारासुन ले संवारे तू है छलियाँ …
Read More »