जादूगर रसिया मेरे मन वसिया होगी आधी रात अब घर जाने दो,जादूगर रसिया मेरे मन वसिया……. सब से पेहले तूने मेरा दिल किया चोरीतू मेरा प्रीतम और मैं हु तेरी गोरी,फिर चैन को मेरे छीन लिया बेचैन किया तूने मुझकोमैं तेरी प्रीत में पागल हो के कैसे बतलाऊ मैं तुमकोदिल के ये जज्बात अब घर जाने दोजादूगर रसिया मेरे मन …
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