बलि जाऊँ, बलि जाऊँ,सदा इन नैनन की,बलिहारी छँटा पे,मैं होता रहूँ,कभी भूलूँ नहीं याद,तुम्हारे सखे,चाहे जागत स्वप्न,मैं सोता रहूं,हरे कृष्ण ही कृष्ण,पुकारा करूँ,मुख आंसुओं से नित धोता रहूं,बृजराज तुम्हारे वियोग में मैं,बस यूँ ही निरंतर रोता रहूँ,हे बृजराज, तुम्हारे वियोग में,बस यूँ ही निरंतर रोता रहूं,हे रि मेरे बाँके बिहारी के नैना सखी री,कछु जादू सो कर गए रे,जादू सो …
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