अटक-अटक झटपट पनघट परचटक मटक इक नार नवेलीगोरी-गोरी ग्वालन की छोरी चलीचोरी चोरी मुख मोरी मोरी मुसकाये अलबेलीकँकरी गले में मारी कंकरी कन्हैये नेपकरी बाँह और की अटखेलीभरी पिचकारी मारी (सारारारारा)भोली पनिहारी बोली अरे जा रे हट नटखटना छू रे मेरा घूँघटपलट के दूँगी आज तुझे गाली रेअरे जा रे हट नटखट…मुझे समझो न तुम भोली-भाली रे आया होली का …
Read More »