ऐ श्याम तुझे मैं खत लिखता पर पता मुझे मालूम नहीं, मैंने सूरज से पूछा चंदा से पूछा पूछा झिलमिल तारों से,तारों ने कहा कण कण में हैपर पता मुझे मालूम नहीं…… मैंने फूलों से पूछा कलियों से पूछा पूछा बाग के माली से,माली ने कहा हर फूल में हैपर पता मुझे मालूम नहीं….. मैंने सागर से पूछा नदियों से …
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