ओ कान्हा रे कहा जाके छुपा रे,तेरे बिना ओ कान्हा मन मेरा लागे नतू नही तो कुछ भी नही रेओ कान्हा रे कहा जाके छुपा रे, तेरी राहो में पलके बिछाए,तेरी मूरत को मन में वसाएरस्ता तेरा देखे हम तेरे बिना रोये मनअब तो आके दर्शन दे, तेरी बंसी से मन मेरा डोलेरेह रेह कर ये दिल मुझसे बोलेमेर कान्हा …
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