मैया मोरी, मैं नही माखन खायो भोर भयो गैइयाँ के पाचे, मधुवन मोहि पतायो . चार प्रहार वंशिवात भटाकयो, सांज परे घर आयो .. .. मैया मोरी ………. 1 .. मैं बालक बहियाँ को चोटो, चिंको कीड़ी विधि पयो . ग्वाल बाल सब बैर परे हैं, बरबस मुख लपतायो .. .. मैया मोरी ………. 2 .. तू जननी मान किी …
Read More »