कन्हियाँ झूले पलना झुलावे महतारीझुलावे महतारी निहारी छवि प्यारीकन्हियाँ झूले पलना झुलावे महतारी…… नाचत गावत गोकुल गाओ बसंत को उत्सव आयोमार सुधा ने मन मोहन को पीत प्रशन पेहरायो, बसंती रंग रंग गए सब नर नारीझुलावे महतारी निहारी छवि प्यारीकन्हियाँ झूले पलना झुलावे महतारी………. वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,हमसे पर्दा करो ना मुरारी,वृन्दावन के ओ बाँके बिहारी,हमसे परदा करो ना …
Read More »