तप के मार्ग का अनुसरण करने वाले हठ मनोबली शूरवीर होते है । तप से मन का कायाकल्प होता है । तपस्या की महिमा अपरंपार है, जो हमें मुक्ति के द्वार लेकर जाती है
Read More »Tag Archives: गुरु
खुश रहने के लिए , जीवन को कैसे जियें ?
दड़बे की मुर्गी !💐 एक शिष्य अपने गुरु के पास पहुंचा और बोला, ” लोगों को खुश रहने के लिए क्या चाहिए?” “तुम्हे क्या लगता है?”, गुरु ने शिष्य से खुद इसका उत्तर देने के लिए कहा. शिष्य एक क्षण के लिए सोचने लगा और बोला, “मुझे लगता है कि अगर किसी की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी हो रही हों… खाना-पीना …
Read More »बाहरी वेश-भूषा से व्यक्ति की सही पहचान नहीं हो सकती
एक नौजवान शिष्य अपने गुरु के पास पहुंचा और बोला , ” गुरु जी एक बात समझ नहीं आती , आप इतने साधारण वस्त्र क्यों पहनते हैं …इन्हे देख कर लगता ही नहीं कि आप एक ज्ञानी व्यक्ति हैं जो सैकड़ों शिष्यों को शिक्षित करने का महान कार्य करता है . गुरु जी मुस्कुराये . फिर उन्होंने अपनी ऊँगली से …
Read More »गुरु के प्रति सच्ची दक्षिणा यही है
प्राचीनकाल के एक गुरु अपने आश्रम को लेकर बहुत चिंतित थे। गुरु वृद्ध हो चले थे और अब शेष जीवन हिमालय में ही बिताना चाहते थे, लेकिन उन्हें यह चिंता सताए जा रही थी कि मेरी जगह कौन योग्य उत्तराधिकारी हो, जो आश्रम को ठीक तरह से संचालित कर सके। उस आश्रम में दो योग्य शिष्य थे और दोनों ही …
Read More »शिरडी साईं बाबा मंदिर
शिरडी के साईं बाबा का मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर के शिरडी गांव में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। यहां हजारों भक्त हर वर्ष बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। साईं बाबा सभी धर्मों का सम्मान करने वाले एक महान संत थे। साईं बाबा के जीवन के संबंध में कई कथाएं कही जाती हैं। शिरड़ी साईं बाबा मंदिर ( …
Read More »सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में
दोहा: सद्गुरु जिन का नाम है, मन के भीतर धाम है ऐसे दीनदयाल को मेरा बार बार प्रणाम है कैसे करूँ मैं वंदना, ना स्वर है ना आवाजआज पृख्शा है मेरी, मेरी लाज राखो गुरु आप कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हसे हम रोएऐसी करनी कर चलो, हम हसे जग रोए तीन लोक नव खंड में, गुरु से बड़ो …
Read More »आखिरी सन्देश
ऋषिकेश के एक प्रसिद्द महात्मा बहुत वृद्ध हो चले थे और उनका अंत निकट था . एक दिन उन्होंने सभी शिष्यों को बुलाया और कहा , ” प्रिय शिष्यों मेरा शरीर जीर्ण हो चुका है और अब मेरी आत्मा बार -बार मुझे इसे त्यागने को कह रही है , और मैंने निश्चय किया है कि आज के दिन जब सूर्य …
Read More »मंगल मूरति मारुती नंदन
मंगल मूरति मारुती नंदन सकल अमंगल मूल निकंदन पवन तनय संतन हितकारी हृदय विराजत अवध बिहारी मात पिता गुरु गणपत शारद शिवा समेत शभु सुक नारद चरण बंदी बिनवौ सब काहू देहु राम पद नेह निबाहू बन्दहुँ राम लखन बैदेही यह तुलसी के प्रमा सनेही mangal moorati maarutee nandan sakal amangal mool nikandan pavan tanay santan hitakaaree hrday viraajat …
Read More »जीवन में जरुरी है धैर्य और विनम्रता
सिखों के तीसरे गुरु अमरदास जी के दामाद जेठाजी अत्यंत विनम्र और सहनशील व्यक्ति थे। वे गुरु अमरदास जी की बहुत सेवा करते थे। एक दिन उन्होंने जेठा जी और दूसरे दामाद रामा को एक चबूतरा बनाने के लिए कहा। दोनों ने चबूतरा बना दिया। चबूतरे को देखकर गुरुजी बोले, यह सही नहीं है। दोबारा से बनाओ। इस तरह दोबारा …
Read More »क्यों मनाई जाती है गुरु पूर्णिमा, क्या है महत्त्व
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी कहते है। इस दिन गुरु की पूजा का विधान है। कहते हैं कि इस दिन गुरु की पूजा करने से वर्ष भर की पूर्णिमाओं के सत्कर्मो का फल मिलता है। महाभारत के रचयिता वेद व्यास का जन्मदिन भी आज ही के दिन मनाया जाता है। उन्होंने चारो वेदों की भी रचना की …
Read More »