सोहन महीना आया माँ ने घलियाँ ने चिठियाँ ,चिंतपूर्णी दे दर उतो मिलान मुरादा मिठियां कष्ट कलेश निवारण वाली सब दे काज सवारन वाली,चिंतावा नु माँ ते छड़ दे भव सागर तो तारण वाली,जो भी आन मुसीबतां राह विच आप जान नजिठियाँ,चिंतपूर्णी दे दर उतो मिलान मुरादा मिठियां सोहन महीने चाला आया दर भगता ने डेरा लाया,चार चुफेरे रोनका लागियां …
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