हे माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ मात अंग चोला साजे, हर रंग चोला साजे मात की महिमा देखो, ज्योत दिन रैना जागे तू ओढे लाल चुनरिया, गहनो से करे श्रृंगार शेरो पर करे सवारी, तू शक्ति का अवतार तेरे तेज बहरे दो नैना, तेरे अधरों पर मुस्कान तेरे द्वारे शीश झुकाये क्या निर्धन क्या बलवान तेरे ही …
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तेरे दर पे मुकद्दर आज़माने मैं भी आया हूँ
तेरे दर पे मुकद्दर आज़माने मैं भी आया हूँ के हाल दिल तुम्हे सुनाने दाती मैं भी आया हूँ तिलक करती चन्दन से, कभी केसर से कुमकुम से जिगर के खून से टीका लगाने मैं भी आया हूँ तेरे दर पे मुकद्दर आज़माने मैं भी आया हूँ… कोई चूड़ा, कोई चुनरी, कोई चोला करे अर्पण मेरी पूँजी है बस आंसू, …
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