श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं,आरती गाऊं तुम्हे हिर्दय में बसाऊं,चकानयन तेरी आरती गाऊं,आरती गाऊं प्रभु आपको मनाऊं,श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥ पुरी धाम में आप विराजे,बलदेव, सुभद्रा, सुदर्शन साजे,अनुपम छवि के दर्शन पाऊं,श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥ जिसे सुनकर प्रभु दौड़े दौड़े आते,भक्तों के बिगड़े भाग्य बनाते,वही मंगलगीत गाके तुमको रिझाऊं,श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥ मंदिर से …
Read More »