Breaking News

Tag Archives: तेनाली रामा की कहानी

तेनालीराम की कहानी: तेनाली रामा और अंगूठी चोर!!

राजा कृष्ण देव राय बहुत ही कीमती आभूषण पहना करते थे, लेकिन उनके सभी आभूषणों में से सबसे प्रिय थी उनकी कीमती रत्न जड़ित अंगूठी। वो हर वक्त अपने अंगूठी को देखा करते थे। इतना ही नहीं वो दरबार में भी सभी को वो अंगूठी दिखाया करते थे, लेकिन एक दिन महाराज अपने दरबार में काफी उदास बैठे थे। उन …

Read More »

तेनालीराम की कहानी: मौत की सजा!!

एक समय की बात है, बीजापुर नामक देश के सुल्तान इस्माइल आदिलशाह को यह डर सताने लगा था कि राजा कृष्णदेव उस पर हमला करके उसके देश को जीत सकते हैं। सुल्तान ने कई जगह से सुन रखा था कि राजा कृष्णदेव ने अपने साहस और वीरता से कई देशों को जीतकर अपने राज्य में मिला लिया है। इस बारे …

Read More »

तेनाली रामा की कहानियां: अपमान का बदला!!

राजा कृष्णदेव राय दूर-दूर तक मशहूर थे। तेनालीराम ने भी राजा कृष्णदेव राय के चर्चे खूब सुने थे। तेनाली ने सुना था कि राजा चतुर और बुद्धिमानों का सम्मान करते हैं। इसलिए, उसने सोचा कि क्यों न राज दरबार में जाकर हाथ आजमाया जाए। लेकिन, इसमें एक अड़चन थी कि बिना किसी बड़ी मदद के वो वहां तक पहुंच नहीं …

Read More »

तेनालीराम और मटके की कहानी!!

एक बार की बात है, किसी कारण से महाराज कृष्णदेव राय तेनालीराम से नाराज हो गए थे। वे उनसे इतना नाराज हो गए थे कि उन्होंने कहा, “पंडित तेनालीरामा, अब आप हमें अपनी शक्ल नहीं दिखाएंगे और अगर आपने हमारे आदेश का पालन नहीं किया, तो हम आपको कोड़े मारने का आदेश देंगे।” महाराज की यह बात सुनकर तेनालीराम वहां …

Read More »

तेनालीराम की कहानी: तेनाली राम और जादूगर!!

एक बार की बात है राजा कृष्णदेव राय के महल में एक जादूगर आया और तरह-तरह के जादू दिखाकर सबका मनोरंजन करने लगा। दरबार में मौजूद हर व्यक्ति उसके जादू को देखकर खुश हो गया। उस जादूगर को अपने जादुई करतब पर बहुत घमंड था। उसने जादू दिखाने के बाद वहां बैठे लोगों को चुनौती दी कि क्या किसी में …

Read More »

तेनालीराम और लाल मोर की कहानी!!

विजयनगर राज्य के राजा थे कृष्णदेव राय, जिन्हें पशु-पक्षियों के साथ-साथ अद्भुत और अनोखी चीजों का भी बहुत शौक था। यही कारण था कि मंत्रियों से लेकर दरबारी, हमेशा अनोखी चीजों की खोज में लगे रहते थे। वे उन अनोखी चीजों को देकर न सिर्फ महाराज को खुश करना चाहते थे, बल्कि उनसे उपहार और पैसे ऐंठना भी उनका मकसद …

Read More »