तेरे दर का हूँ भिखारी तू मेरा दाता हैतू ही मालिक तू देवता तू ही विधाता हैतेरे दर का हूँ भिखारी ……………. तेरी तस्वीर ना देखूं तो दिन गुज़रता नहींतेरे प्रेमी के अलावा दिल कहीं लगता नहींतू ही रास्ता तू ही मंज़िल तू ही ठिकाना हैतेरे दर का हूँ भिखारी ………….. झूठी दुनिया ने जब भी मुझको ज़हर पिलाया हैजाने …
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