आए है दिन फाग़न के, आए है दिन नाचन के, आज नही तो कब नाचोगे, आज नही तो कब नाचोगे, बीत गये दिन सावन के, आए है दिन फाग़न के, आए है दिन नाचन के, यही वो दिन घर- घर कीर्तन होता, बाबा से जाके मिलने का मॅन होता, आए है दिन ख़ातु जाकर, गीत श्याम के गावां के, आए …
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