देदो सहारा श्याम तेरी ही भुलाई आ,जग तो किनारा कर दर तेरे आई आ,देदो सहारा श्याम तेरी ही भुलाई आ साढ़े जाहे निमानिया दा इको तू ही रबवे,गुण हीं आ मैं तू न गुण मेरे को लभ वे,माया विच फस किती चंगी न कमाइयाँ,देदो सहारा श्याम तेरी ही भुलाई आ किरपा दी कोर कर कर्म कमा दे नाल,किती जो अर्ज …
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