जब बाबा साहेब हिन्दू_कोड_बिल तैयार रहे थे तब बनारस के सबसे बड़े धर्मगुरु करपात्री महाराज ने बाबा साहेब को बहस करने की चुनौती दे डाली। उस महाराज ने कहा डॉ अम्बेडकर एक अछूत है, वे क्या जानते हैं हमारे धर्म के बारे मे, हमारे ग्रन्थ और शास्त्रों के बारे में, उन्हें कहाँ संस्कृत और संस्कृति का ज्ञान है? यदि उन्होंने …
Read More »Tag Archives: धर्म
दिल को दुनिया से न लगाएं
जैसे जैसे मेरी उम्र में वृद्धि होती गई, मुझे समझ आती गई कि अगर मैं Rs.300 की घड़ी पहनू या Rs.30000 की दोनों समय एक जैसा ही बताएंगी.. मेरे पास Rs.300 का बैग हो या Rs.3000 का इसके अंदर के सामान मे कोई परिवर्तन नहीं होंगा। मैं 100 गज के मकान में रहूं या 3000 गज के मकान में तन्हाई का …
Read More »अरिहंत जय जय सिद्ध प्रभु जय जय
अरिहंत जय जय सिद्ध प्रभु जय जय । साधू जीवन जय जय जैन धर्म जय जय ॥ अरिहंत मंगल सिद्ध प्रभु मंगल । साधू जीवन मंगल, जैन धर्म मंगल ॥ अरिहंत उत्तम सिद्ध प्रभु उत्तम । साधू जीवन उत्तम, जैन धर्म उत्तम ॥ अरिहंत शरणम सिद्ध प्रभु शरणम । साधू जीवन शरणम, जैन धर्म शरणम ॥ prabhu jay jay . …
Read More »पुराना रिवाज़
रेगिस्तान के बीच बसे एक शहर में फलों की बहुत कमी थी . भगवान ने अपने दूत को भेजा कि जाओ और लोगों से कह दो कि हो सके तो वो एक दिन में बस एक ही फल खाएं . सभी लोग ऐसा ही करने लगे . पीढ़ी दर पीढ़ी ऐसा ही होता चला आया और वहां का पर्यावरण संरक्षित …
Read More »निरंतर आगे की ओर बढ़ते रहेंगे। (keep moving forward)
हिन्दू धर्म में दीपक को अग्नि देव का स्वरूप माना गया है। अग्नि देव की उपस्थिति से नकारात्मक उर्जा एवं बुरी शक्तियां दूर रहती हैं। आत्मा प्रकाशित होती है और सात्विक गुणों में वृद्धि होती है। उपनिषद् में लिखा है कि तमसो मा ज्योतिर्गमय इसका अर्थ है अंधेरे से प्रकाश की ओर चलो। प्रकाश नूतनता और नवीनता का सूचक है। …
Read More »सोच बदलो , देश बदलेगा (Change thinking, change country)
एक माँ 6 साल के बच्चे को पीटते हुए बोली, “नालायक, तूने नीची जात के घर की रोटी खायी, तू नीची जात का हो गया तूनेअपना धर्म भ्रष्ट कर लिया। अब क्या होगा? ……. बच्चे का मासूम सवाल : माँ, मैने तो एक बार ही उनके घर की रोटी खाई, तो मैं नीची जात का हो गया । लेकिन वो लोग …
Read More »