बंगला चाहिए न मुझको गाडी चाहिएमेंहंगा वाला सूट ना ही साडी चाहिएपूछो तो सही मुझको क्या चाहिएराधा संग श्याम छवि प्यारी चाहिएमुझको मेरे बांके बिहारी चाहिएबंगला चाहिए न मुझको गाडी चाहिए जमाने ने मुझको दिए गम हजार रोता रहा पर न मिल पाया प्यारचोकठ पे तेरी मैं अब आ गयालगता है जैसे मुकाम आ गयादीन हु मैं बड़ा देर न …
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