बरसाने में बजती वधाई रे ब्रिश्भानु की लाली आई रे, ब्रिश्भानु पिता की रति माता,दोनों है ख़ुशी मनाई रे ब्रिश्भानु की लाली आई रे….. ससुराज जो कही ओ न नैना सुनुससुलिया तो कही कही हारी रेब्रिश्भानु की लाली आई रे…….. ये झांस गई ओह न नैना सुनीये जेठानिया कई कई हारी रेब्रिश्भानु की लाली आई रे…… देवरसो गई का नैना …
Read More »