भजन बिना कोई न जागै रे, लगन बिना कोई न जागै रैतेरा जनम जनम का पाप करेड़ा, रंग किस बिध लागे रै, संता की संगत करी कोनी भँवरा, भरम कैयाँ भागै रैराम नाम की सार कोनी जाणै, बाताँ मे आगै रै, या संसार काल वाली गीन्डी,टोरा लागे रै,गुरु गम चोट सही कोनी जावै, पगाँ ने लागे रै, सत सुमिरण का …
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