मुझे रोज सतावे श्याम रात को सपने मेंतोहे रोज सताऊगा रात को सपने में….. रात में आके खिड़की खोले खिड़की खोले मेरी बहिया मरोड़े,मुझे खूब रुलावे श्याम रात को सपने मेंमुझे रोज सतावे श्याम रात को सपने में…………. चुप के चुप के घर मैं आऊ घर मैं आऊ मैं माखन चुराऊतेरी दहिया पी जाउगा रात को सपने मेंमुझे रोज सतावे …
Read More »