मोहन कहे माँ हमे ग्वालिन छ्कावे, मोरी बंसी लेले नचावे मांगू तो ठेंगा दिखावेमोहन कहे माँ हमे ग्वालिन छ्कावे, मोर मुकट वे उतार के देखामाथे तिगुली स्टावेमोहन कहे माँ हमे ग्वालिन छ्कावे, खोल पीताम्बर की कशनी हमारी,चुनरी मोहे पहिनावेमोहन कहे माँ हमे ग्वालिन छ्कावे, केहत सखी सुनो कान्हा को राधादुल्हिन बना के नचावेमोहन कहे माँ हमे ग्वालिन छ्कावे,,,,,,,,, प्रबल प्रेम …
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