म्हारा टाबर म्हाने,हिवडे सु ज्यादा लाड लडावे साग्यारस की ग्यारस,मिलबा ने मैं आवे सा, रोज करे श्रंगार चाव से,नित उठ आरती गावेमेरो भी मन महकन लागे जद ये इतर चडावेजिमण बैठु तो, हाथा से पंखो रोज ढुलावे साग्यारस की ग्यारस मिलबा ने आवे सा, टाबरिया म्हारो. राखे भरोसो,पल भर ना बिसरावेकितनो भी कोइ लोभ दिखावे,छोड़ मने ना जावेनैणा रा मोती, …
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