आज मंगलवार है, महावीर का वार है, यह सच्चा दरबार है । सच्चे मन से जो कोई ध्यावे , उसका बेडा पार है ॥ आज मंगलवार है, महावीर का वार है, यह सच्चा दरबार है । सच्चे मन से जो कोई ध्यावे , उसका बेडा पार है ॥ चैत सुदीप पूनम मंगल का जनम वीर ने पाया है, जनम वीर …
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ये वादा तेरे हनुमान का
सूरज को उगने ना दूंगा लक्ष्मण को मरने ना दूंगा ये वादा तेरे हनुमान का-२ सूरज के पास जाके पहले समझाऊंगा मान जाए ठीक नहीं तो मुख में दबाऊंगा छा जाए घोर अँधेरा फिर होगा नहीं सवेरा ये वादा तेरे हनुमान काल का भी काल हूँ मैं नाम से डरेगा बाँध लूँगा मौत फिर कोई ना मरेगा मेरे रामजी उदास …
Read More »हनुमान चालीसा
दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि बिद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार ।। चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।। राम दूत अतुलित बल धामा । अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा ।। महाबीर बिक्रम बजरंगी …
Read More »कभी भगवान को भी भागत्ॉ से काम पड़े
जाना था गंगा पर प्रभु केवट की नाव चड़े, (2)अवध छोड़ प्रभु वन को आई, सिया राम लखन गंगा तट आई, केवट मान ही मान हरषाए, घर बैठे परभु दर्शन पे, हाथ जोड़ कर प्रभु के आयेज केवट मगन खड़े प्रभु बोले तुम नाव चलाओ, पर हमे केवट पहुचाओ, केवट कहता सुनो हमारी चरण धूल की माया भारी, मैं ग़रीब …
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