अरस्तु की पत्नी का स्वभाव बहुत ही झगड़ालू था। वह क्रोधी स्वभाव की महिला थीं, एक शाम अरस्तु काफी देर से घर लौटे । पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान था। अरस्तू के घर में कदम रखते ही वह जोर-जोर से पति को भला बुरा कहने लगी। अरस्तू मानव स्वभाव के गहन पारखी थे। उन्होंने गुस्से से भरी पत्नी के वचनों …
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हे राम हे राम जग में साचो तेरो नाम
हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम हे राम, हे राम तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है राधा का श्याम हे राम, हे राम तू अंतर्यामी, सबका स्वामी तेरे चरणों में चारो धाम हे राम, हे राम तू ही बिगड़े, तू ही सवारे इस जग के सारे काम हे राम, हे राम तू …
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दुख है ढलते सूरज जैसा शाम ढले ढाल जाए दुख सुख दोनो कुच्छ पल के कब आए कब जाए दुख है ढलते सूरज जैसा शाम ढले ढाल जाए ओ शाम ढले ढाल जाए दुख तो हर प्राणी को होवय राम ने भी दुख झेला धैर्या प्रेम से वन मे रहे प्रभु चौदह बर्ष की बेला दुख तो हर प्राणी को …
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दुख सुख दोनो कुच्छ पल के, कब आए कब जाए दुख है ढलते सूरज जैसा, शाम ढले ढाल जाए (जे2) दुख सुख दोनो कुच्छ पल के, कब आए कब जाए दुख है ढलते सूरज जैसा, शाम ढले ढाल जाए (जे2) दुख तो हर प्राणी को होवय, राम ने भी दुख झेला धैर्या प्रेम से वन में रहे, प्रभु चौदह बर्ष …
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