मेरा श्याम ही सहारा जग जांदा अब मुझे किसे दी नही परवाहकदे सुख हॉवे कदे दुःख हॉवे श्याम मेरे साथ साथ चलदा पता नही प्रेमी पे क्या नशा करता है श्याम अपने भगतो पे किरपा करता हैएक एक करके श्याम के दीवाने हो गएआँखों में मेरे श्याम का नशा ऐसा हैहो मैं जांदी के श्याम पे निबावे न कोईजेह्डी दुखा …
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